एक अयोध्या तो चाहिए ना
यदि शिव को चाहिए मानसरोवर-कैलाश,
कृष्ण को चाहिए मथुरा-वृन्दावन,
और यदि बुद्ध को चाहिए लुम्बिनी
तो फिर एक अयोध्या तो चाहिए ना
श्री राम के लिए।
यदि ईसा मसीह को चाहिए बेथेलहम,
पैगंबर मोहम्मद को चाहिए काबा
और गुरु नानक को नानकाना साहिब
तो फिर एक अयोध्या तो चाहिए ना
श्री राम के लिए।
यदि गांधी को चाहिए पोरबंदर वाला गुजरात,
आम-जन को चाहिए अपना जन्मस्थान,
और पशु-पक्षियों को चाहिए घना जंगल
तो फिर एक अयोध्या तो चाहिए ना
श्री राम के लिए।
इतिहास जब अतीत की परिधि लांघता है,
समय से परे चला जाता है
और मिथक बनकर
जनमानस में सदियों के लिए बस जाता है।
One Ayodhya
is needed
Hey,you!
Answer me,
”Don’t
you need a place to be born?”
Even Lord Shiva
needed Mansarovar Kailash,
Lord Krishna
needed Matura-Vrindawan,
And Lord
Buddha needed Lumbini
Then why not
a Ayodhya for Lord shri Ram.
Even Christ
needed a Bethelham,
Prophet
Mohammad needed a Kaba,
And Guru
Nanak Deo needed a Nankana Sahib
Then why not
a Ayodhya for Lord shri Ram.
Even Gandhi
needed Porbandar in Gujrat,
Every
Individual needed a birthplace,
And birds
and beasts needed a dense forest
Then why not
a Ayodhya for Lord shri Ram.
Mystery
surprises for some time
When history
crosses over the boundary of past
And wears a
dreamy attire turning timeless.
It becomes myth
And stays in
the memories of masses
For centuries
as fairy tales.
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