Friday, October 9, 2020

 

एक अयोध्या तो चाहिए ना

यदि शिव को चाहिए मानसरोवर-कैलाश,

कृष्ण को चाहिए मथुरा-वृन्दावन,

और यदि बुद्ध को चाहिए लुम्बिनी

तो फिर एक अयोध्या तो चाहिए ना

श्री राम के लिए।

 

यदि ईसा मसीह को चाहिए बेथेलहम,

पैगंबर मोहम्मद को चाहिए काबा

और गुरु नानक को नानकाना साहिब

तो फिर एक अयोध्या तो चाहिए ना

श्री राम के लिए।

 

यदि गांधी को चाहिए पोरबंदर वाला गुजरात,

आम-जन को चाहिए अपना जन्मस्थान,

और पशु-पक्षियों को चाहिए घना जंगल

तो फिर एक अयोध्या तो चाहिए ना

श्री राम के लिए।

 

इतिहास जब अतीत की परिधि लांघता है,

समय से परे चला जाता है

और मिथक बनकर

जनमानस में सदियों के लिए बस जाता है। 

 

 

One Ayodhya is needed

Hey,you!

Answer me,

”Don’t you  need a place to be born?”

 

Even Lord Shiva needed Mansarovar Kailash,

Lord Krishna needed Matura-Vrindawan,

And Lord Buddha needed Lumbini

Then why not a Ayodhya for Lord shri Ram.

 

Even Christ needed a Bethelham,

Prophet Mohammad needed a Kaba,

And Guru Nanak Deo needed a Nankana Sahib

Then why not a Ayodhya for Lord shri Ram.

 

Even Gandhi needed Porbandar in Gujrat,

Every Individual needed a birthplace,

And birds and beasts needed a dense forest

Then why not a Ayodhya for Lord shri Ram.

 

Mystery surprises for some time

When history crosses over the boundary of past

And wears a dreamy attire turning timeless.

It becomes  myth

And stays in the memories of masses

For centuries as  fairy tales.

No comments:

Post a Comment